आज के युग मे हर किसी को सभी प्रकार की सुख सुविधा चाहिए जिसके लिए वो पैसा कमाता है और पैसे कमाने के लिए लोग बहुत कुछ करते है नौकरी, ब्यापार आदि तथा इसके साथ ही साथ बहुत सारे काम करते हे जिसके लिए वो बहुत मेहनत करते है मगर यह भी देखा गया है की मेहनत करना ही सबकुछ नहीं होता, पैसो से आप सुख सुविधा तो हाशिल कर सकते हे परंतु मन की शांति आप कहाँ से खरीदेंगे।
देखा जाए तो आज के समय में सभी लोग पैसो के पीछे भाग रहे हे सोच रहे है की पैसे ही वह सब कुछ है जिससे वह अपनी सारी भौतिक जरूरतों को पूरा कर सकते है, इस वजह से आज के समय में लोग कुछ ऐसे काम भी कर जाते है जिससे उन्हे धन का लाभ तो हो जाता है मगर उनका मन अशांत हो जाता है।
आपको बताते चलें की हिंदू धर्म की बेहद ही महत्वपूर्ण ग्रंथ रामायण मे जिंदगी जीने के कई तरीके बताये गए है जिससे मनुष्य अपने जिंदगी को सरल और शांति रूप से बिता सकता है। रामायण, जिंदगी को शांति पूर्वक तरीके से जीने के लिए प्रेरित करती है। श्रीराम चरित मानस में भी इस बात का उल्लेख मिलता है की ऐसे लोगो से माँ लक्ष्मी रहती हैं रुष्ट, तो चलिये आज हम आपको बताते है की इसके पीछे आखिर क्या वजह है।
कहा जाता है की जीवन साथी आपके जिंदगी का एक महत्वपूर्ण स्थान लेता है अगर जीवन साथी आपका साथ न दे या धोखा दे तो ऐसे व्यक्ति के पास धन की हानि होती हे और माँ लक्ष्मी रहती हैं रुष्ट।
2) इसके अलावा आपको यह भी बता दें की रामायण में यह बात भी बताई गयी है की अगर आप लालच करते है तो आपके पास धन नहीं होगा। लालच करने से आपका लोभ बढेगा और लोभ बढ़ने की वजह से आपके अंदर ईष्या उत्पन्न होगा जिससे आपका मन कभी स्थिर नहीं रहेगा। इस बताया गया है की हमें अपने सम्पूर्ण जीवन में हमेशा लालच से दूर रहना चाहिए।
3) रामचरित मानस मे इस बात का उल्लेख किया गया है की यदि कोई व्यक्ति घमंड करता हे या अपने किसी भी वस्तु या धन आदि पर घमंड करता हे तो उसके पास उसके द्वारा अर्जित जिया गया धन है वो भी बहुत ही जल्द समाप्त हो जायेगा और उसके घमंड से व्यक्ति का नाश भी हो जाता हे, इसीलिए आपको अगर धनवान और सुख चाहिए तो घमंड का त्याग करे।
4) आपको यह भी बता दें की रामायण मे यह भी बताया गया है की अगर कोई व्यक्ति मादक पदार्थ का सेवन करता हे तो उसके पास धन संचित नहीं हो पायेगा, साथ मे अगर ऐसे व्यक्ति के घर से लक्ष्मी नहीं टिकती और दरिद्रता का भी आगमन होता है। इसलिए अगर आप ऐसे की लत के चपेट मे हे तो इसका त्याग करे अन्यथा आप धनवान बन सकते हैं।
देखा जाए तो आज के समय में सभी लोग पैसो के पीछे भाग रहे हे सोच रहे है की पैसे ही वह सब कुछ है जिससे वह अपनी सारी भौतिक जरूरतों को पूरा कर सकते है, इस वजह से आज के समय में लोग कुछ ऐसे काम भी कर जाते है जिससे उन्हे धन का लाभ तो हो जाता है मगर उनका मन अशांत हो जाता है।
आपको बताते चलें की हिंदू धर्म की बेहद ही महत्वपूर्ण ग्रंथ रामायण मे जिंदगी जीने के कई तरीके बताये गए है जिससे मनुष्य अपने जिंदगी को सरल और शांति रूप से बिता सकता है। रामायण, जिंदगी को शांति पूर्वक तरीके से जीने के लिए प्रेरित करती है। श्रीराम चरित मानस में भी इस बात का उल्लेख मिलता है की ऐसे लोगो से माँ लक्ष्मी रहती हैं रुष्ट, तो चलिये आज हम आपको बताते है की इसके पीछे आखिर क्या वजह है।
इस तरह के लोगों से माँ लक्ष्मी रहती हैं रुष्ट
1) सबसे पहेल तो आपको बता दें की रामायण मे यह उल्लेख किया गया है की अगर आपका जीवन साथी ठीक ना हो तो यह संभव है की आप पर धन की देवी माँ लक्ष्मी की कृपा नहीं हो सकती।कहा जाता है की जीवन साथी आपके जिंदगी का एक महत्वपूर्ण स्थान लेता है अगर जीवन साथी आपका साथ न दे या धोखा दे तो ऐसे व्यक्ति के पास धन की हानि होती हे और माँ लक्ष्मी रहती हैं रुष्ट।
2) इसके अलावा आपको यह भी बता दें की रामायण में यह बात भी बताई गयी है की अगर आप लालच करते है तो आपके पास धन नहीं होगा। लालच करने से आपका लोभ बढेगा और लोभ बढ़ने की वजह से आपके अंदर ईष्या उत्पन्न होगा जिससे आपका मन कभी स्थिर नहीं रहेगा। इस बताया गया है की हमें अपने सम्पूर्ण जीवन में हमेशा लालच से दूर रहना चाहिए।
3) रामचरित मानस मे इस बात का उल्लेख किया गया है की यदि कोई व्यक्ति घमंड करता हे या अपने किसी भी वस्तु या धन आदि पर घमंड करता हे तो उसके पास उसके द्वारा अर्जित जिया गया धन है वो भी बहुत ही जल्द समाप्त हो जायेगा और उसके घमंड से व्यक्ति का नाश भी हो जाता हे, इसीलिए आपको अगर धनवान और सुख चाहिए तो घमंड का त्याग करे।
4) आपको यह भी बता दें की रामायण मे यह भी बताया गया है की अगर कोई व्यक्ति मादक पदार्थ का सेवन करता हे तो उसके पास धन संचित नहीं हो पायेगा, साथ मे अगर ऐसे व्यक्ति के घर से लक्ष्मी नहीं टिकती और दरिद्रता का भी आगमन होता है। इसलिए अगर आप ऐसे की लत के चपेट मे हे तो इसका त्याग करे अन्यथा आप धनवान बन सकते हैं।
As per Tarun Sagar
ReplyDeleteIf any one want peace
Never consult Jyotish or tantrik