इनमें छिपी होती हैं कई चमत्कारी शक्तियां,ये है रुद्राक्ष पहनने के नियम और फायदे
रुद्राक्ष हमारे जीवन मे बहुत हेल्प करता है रुद्राक्ष हमारी अच्छी हेल्थ के लिए ,धन वर्षा के लिए , अच्छी शिक्षा के लिए, बहुत लोग पहनते है रुद्राक्ष मनुष्य के लिए भगवान शिव द्वारा प्रदान किया हुआ एक अनुपम उपहार है। पौराणिक कथानुसार, जब भगवान शिव ने त्रिपुर नामक असुर के वध के लिए महाघोर रूपी अघोर अस्त्र का चिंतन किया, तब उनके नेत्रों से आंसुओं की कुछ बूंदे धरती पर गिरीं, जिनसे रुद्राक्ष के वृक्ष की उत्पत्ति हुई। इसी वजह से रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रतिनिधि माना जाता है ।
वैसे तो रुद्राक्ष मुख्यतः एक मुखी से लेकर चौदह मुखी तक पाया जाता है, लेकिन कहीं-कहीं बाइस मुखी रुद्राक्ष भी पाए जाते हैं, जिनको धारण करने का अलग-अलग फल प्राप्त होता है। आकार के अनुसार देखा जाए, तो धारण करने हेतु चने के आकार का रुद्राक्ष अधम, बेर के आकार का माध्यम तथा आंवला के आकार का उत्तम माना गया है। रुद्राक्ष धारण करने के लिए सोमवार का दिन शुभ माना गया है।
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इस दिन प्रातःकाल पूर्व या उत्तर दिशा में मुंह करके आसन पर बैठकर रुद्राक्ष को दूध व गंगाजल से स्नान कराकर व धूपबत्ती दिखाकर शुद्ध कर लेना चाहिए, फिर रुद्राक्ष का पूजन कर लाल धागे या सोने चांदी के तार में पिरोकर शिव प्रतिमा या शिव लिंग से स्पर्श कराकर धारण करना चाहिए। इस पूरी प्रक्रिया में शिव पंचाक्षर मंत्र का जप करते रहना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, जो मनुष्य अपने कंठ में बत्तीस, मस्तक पर चालीस, दोनों कानों में छह-छह, दोनों हाथों में बारह-बारह, दोनों भुजाओं में सोलह-सोलह, शिखा में एक और वक्ष पर एक सौ आठ रुद्राक्ष धारण करता है। वह साक्षात शिव स्वरुप हो जाता है।
रुद्राक्ष धारण करने वालों को अंडा, मांस व मदिरा से दूर रहना चाहिए। रात में सोते समय रुद्राक्ष उतार कर सोना चाहिए। रुद्राक्ष धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है और शिव की कृपा प्राप्त होती है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रुद्राक्ष का पूजन और दान बहुत श्रेयस्कर माना गया है। रुद्राक्ष के दर्शन से पुण्य लाभ, स्पर्श से उसका सौ गुना पुण्य लाभ और धारण करने से करोड़ गुना पुण्य लाभ होता है और इसकी माला का मंत्र जप करने से करोड़ गुना पुण्य प्राप्त होता है।
इसके अलावा, जो व्यक्ति अपने सिर पर रुद्राक्ष धारण कर स्नान करता है, उसे गंगा में स्नान करने का पुण्य प्राप्त होता है। शास्त्रों के अनुसार, मृत्यु के समय जिस व्यक्ति के गले में रुद्राक्ष पड़ा हो, वह सीधे शिवलोक जाता है। रुद्राक्ष धारण करने से भूत-प्रेत और ग्रह बाधा का भी शमन होता है।
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