करी पत्ता का इस्तेमाल हम अपने भोजन में करते हैं। परंतु हम में से बहुत ही कम लोग जानते हैं की इसे एक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके औषधीय गुण हमे कई तरह के बीमारियों से बचाता है। प्रस्तुत है करी पत्ता के गुण और इसके घरेलू नुस्खे।
डायबिटीज, मोटापन, कोलेस्ट्रॉल - प्रतिदिन सबेरे 10 पत्ते खाएं या पत्ते का 10-15 मि०ली० रस सेवन करें ।
यकृत की बीमारियाँ - दिन में दो बार करी पत्ता के जड़ का एक चम्मच रस सेवन करें।
दमा - नमक, मिर्ची, प्याज़ आदि मिलाकर करीपत्ते की चटनी बनाएं और भोजन के साथ खाएं ।
जलन, चोट - करी-पत्ते की लेई में घी मिला कर लगाएं ।
कीड़े काटने पर - करी पत्ते का ताजा रस और नोंबू रस बराबर मात्रा में मिला कर लगाएं ।
केश तेल (बाल बढने के लिये, बाल के रंग के लिये ) - 200 ग्राम करी-पत्ता नारियल के तेल सें उबाल दे । पत्ता सूख जाने पर तेल छान कर केश तेल की तरह इस्तेमाल करें।
पेचिश, दस्त - करी-पत्ते की 2 चम्मच लेई मट्टे के साथ दिन में दो चार बार 3-5 दिनों तक सेवन करें।
एलर्जी - करीपत्ता और कच्ची हल्दी बराबर मात्रा में लेकर लेई तैयार करें और एक चम्मच दिन में एक बार महीने भर तक सेवन करते रहें ।
पैर का चर्म फट जाने पर - करीपत्ता, मेंहन्दी पत्ता, कच्ची हल्दी, और पीपल का दूध ये सब बराबर मात्रा में मिला कर लेई तैयार करें; सोने के पहले हर रोज एक बार एक सप्ताह तक लगाते रहें ।
चर्म, रोग, और पेट में कीड़े - करी पत्ता और नीम पत्ते की लेई तैयार करें । लेई को मट्ठे में मिला कर खाली पेट में प्रतिदिन सेवन कों ।
आँखों के चारों तरफ त्वचा का रंग बदलने पर - इनके पत्तों का रस मक्खन में मिलाकर लेप लगाएं ।
बिल्ली के काटने पर - करीपत्ते और हल्दी का लेप लगाएं
सौगोड़वा के काटने पर - करी पत्ते और गोलमिर्च मिला कर पेस्ट तैयार करें और लगाएं ।
मासिक धर्म की गड़बडी - करी पत्ते का 60 मि०ली० रस सबेरे खाली पेट लगातार कुछ महीनों तक सेवन करें।
अगर आपके परिवार में कोई डायबिजीज या उपरोक्त अन्य बीमारियों से पीड़ित है तो इस लेख को अवश्य शेयर करें।
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