मरूति नंदन पवन पुत्र हनुमान सभी का कल्याण करने वाले हैं, ये बाल ब्रह्मचारी हैं इसी कारण शास्त्रों के अनुसार महिलाओं को इनकी पूजा नहीं करनी चाहिए। मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी को सिंदूर और चोला चढ़ाने से लाभ होता है। इसी के साथ ही इस दिन सुंदरकांड का पाठ भी घर में होना चाहिए। आप चाहें तो खुद पाठ करें या फिर किसी पंडित को बुलाकर सुंदरकांड का पाठ कराएं। आप सोच रहे होंगे कि आखिर मंगलवार के ही दिन सुंदरकांड का पाठ क्यों करना चाहिए तो आइए जानते हैं इसके बारे में......
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रामायण का सबसे अहम कांड है सुंदरकांड, इसमें हनुमान जी के बल को दर्शाया गया है। जहां हनुमान जी ने माता सीता की खोज करते हुए लंका को जलाकर रावण को अपने बल का परिचय दिया। ये माना जाता है कि मंगलवार के दिन अगर घर में सुंदरकांड का पाठ कराया जाए तो इससे शत्रु परास्त होते हैं।मंगलवार का दिन हनुमान जी को बेहद प्रिय होता है इसी कारण मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ कराना लाभदायक माना जाता है। सुंदरकांड में हनुमान जी के बल के साथ ही उनकी बुद्धि और ज्ञान का भी प्रदर्शन देखने को मिलता है। सुंदरकांड का पाठ करने के बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है। विधार्थियों को परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।
जिस घर में मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ होता है उस घर से नकारात्मक शक्तियां और भूत-प्रेत बाधाएं दूर रहती हैं। वहीं जिस व्यक्ति को भूत-प्रेत बाधाएं सता रही हों उन्हें भी मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। इससे इन बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
(इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)
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